भारत में बड़ी मात्रा में सोना आयात करने का एक लंबा इतिहास रहा है। भारतीय विभिन्न समारोहों, शादियों, रीति-रिवाजों और निवेश के लिए सोने को खरीदते हैं। यह एक बहुमूल्य है और वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए सोने में निवेश करना ज्यादतर लोग बहुत पसंद करते हैं। भारत में सोने की मांग हर दिन बढ़ती जा रही है।
भारत में ज्यादातर इम्पोर्टेड और एक्सपोर्टेड सोना ज्वेलरी और सोने के सिक्कों के रूप में आता है। भारतीयों के बीच लगातार उच्च मांग के कारण सोने के आभूषणों का निर्यात एक अच्छा बिज़नेस आईडिया हो सकता है।
यदि आप इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट के लिए सोने का बिज़नेस स्टार्ट करने में रुचि रखते हैं, तो इस हिंदी लेख में एक बहुत ही आसान व सरल तरीके में पूरी जानकारी दी गई है जो आपको यह समझने में मदद करेगी कि यह काम कैसे शुरू करना है।
सोना एक्सपोर्ट इम्पोर्ट बिज़नेस शुरू करने के लिए जरुरी प्रोसेस क्या है :
सोना आयात-निर्यात व्यवसाय शुरू करने के लिए जरुरी प्रोसेस क्या है :
गोल्ड एक्सपॉयर्ट इम्पोर्ट का बिज़नेस कोई छोटा मोटा बिज़नेस नहीं है इसको शुरू करने से पहले बहुत सारे नियम व रेगुलेशन का पालन करना पड़ता है और कर प्लानिंग बनाने की जरुरत होती है।
आपके पास बिज़नेस कंसल्टैंट्स होने बहुत ही जरुरी है ताकि उनकी देख रेख में आप सभी जरुरी कार्यवाही शुरू कर सके ताकि आपको कोई नुक्सान न होने पाए , नीचे कुछ जरुरी स्टेप्स दिए गए हैं इसके लिए एक ठोस बिज़नेस प्लान बनाएं
- फाइनेंस प्लानिंग
- डेली रनिंग कॉस्टिंग
- एसेट्स पर इन्वेस्टमेंट
- लेबर कॉस्ट
- वेयरहाउस के खर्चे
- ट्रांसपोर्ट कॉस्ट
और अन्य आवश्यक कारकों को रेखांकित करते हुए एक व्यवसाय योजना विकसित करें।
बिज़नेस के लिए अच्छी लोकेशन जरुरी है :
- जहाँ सोने का बिज़नेस शुरू करने है वहां पर आसानी से पहुंचा जा
- कोई भी कस्टमर आसानी से ऑफिस पहुँच सके
- ऑफिस मैन रोड से ज्यादा अंदर हो
- ऑफिस के कर्मचारियों को पहुंचने में आसानी व ज्यादा टाइम नहीं लगता हो
विदेशी करेंसी लेन देन के लिए बैंक खाता खोलें
कियुँकि गोल्ड बिज़नेस में आप अलग -अलग देशों की करेंसी के साथ काम करेंगे, इसलिए विदेशी करेंसी के लिए अधिकृत एक बैंक खाता खोलें। सुनिश्चित करें कि यह अधिकारियों के साथ और आपके बिज़नेस के नाम पर रेजिस्टर्ड भी हो ।
आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करें
अपना सोने के आभूषण निर्यात व्यवसाय शुरू करने से पहले सभी आवश्यक लाइसेंस और परमिट प्राप्त कर लें। आयात-निर्यात कोड प्रमाणन जरुरी व आवश्यक डाक्यूमेंट्स होने जरुरी है। आपके बिज़नेस से सम्बंधित सभी दस्ताबेज सही हैं यह सुनिश्चित करने के लिए किसी वकील या एजेंट से सहायता लें।
गोल्ड बिज़नेस में होने वाले फायदे और नुकसान को समझें
- गोल्ड को किसी भी देश में भेजने से पहले सीमा शुल्क निकासी प्रोसेस की जानकारी होनी चाहिए
- इस बिज़नेस में ज्यादा रिस्क के कारण, सोने के आयात और निर्यात के लिए बहुत ही सावधानीपूर्वक सभी प्रकार की फाइनेंस प्लानिंग बनाना बहुत ही आवश्यक है।
सोने के आयात-निर्यात के लिए कुछ जरुरी व आवश्यक सरकारी नियम
- सोने की मात्रा की लिमिट
- कोई भी यात्री 10 किलोग्राम से अधिक सोना (ज्वेलरी सहित) नहीं ले जा सकता।
- सरकारी नियमों के अनुसार किसी भी प्रकार के सोने के सिक्कों या आभूषणों के रूप में सोने के आयात की बिकुल भी अनुमति नहीं है।
- सभी सोने के आयात को सभी प्रकार के नियम व देश के सीमा शुल्क-बंधित सुविधा से गुजरना होगा।
उत्पाद शुल्क कार्यालय को रिपोर्ट करना जरुरी है
इम्पोर्टर को सभी जरुरी कागजातों के साथ, सोने की सिल्लियों की प्रत्येक शिपमेंट के उपयोग पर उत्पाद शुल्क ऑफिस को रिपोर्ट करना होगा।
किस प्रकार की ज्वेलरी पर प्रतिबंध
- मोती और रत्नों वाले आभूषण प्रतिबंधित हैं
- भारत सरकार द्वारा निर्धारित नियम और शर्तें
- सिक्के या पदक के रूप में सोने का आयात नहीं
- सिक्कों या पदकों के रूप में सोने के आयात की अनुमति नहीं है
सोने की छड़ों के आयात के लिए लाइसेंस की आवश्यकता
सोने की छड़ों का आयात केवल विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा जारी लाइसेंस के साथ ही किया जा सकता है।
एक्सरसाइज इंस्पेक्टर को डिटेल देनी जरुरी है
लाइसेंस धारक को प्रत्येक शिपमेंट के लिए सोने की छड़ों के उपयोग और सेल्स इनवॉइस पर एक डिटेल भी देना जरुरी होगा।
सोने की खरीद पर प्रतिबंध
प्रीमियर और स्टार ट्रेडिंग हाउस, एसईजेड संस्थाएं और ईओयू केवल लाइसेंस धारकों की रिफाइनरियों से निर्यात के लिए सोना खरीद सकते हैं।
भारत सोने की बिक्री के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है, जिससे सोने का आयात-निर्यात व्यवसाय शुरू करना फायदेमंद है। सफलता सुनिश्चित करने के लिए, इस प्रस्तावित व्यवसाय के लिए जरुरी प्रोसेस , लाइसेंस आदि पर अच्छे से विचार करें।